
प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप के एक बयान के बाद से वन विभाग की कार्रवाई ने 117 कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया हैं। जिसके बाद 60 घरों को आज तड़के सुबह से अंबिकापुर शहर के महामाया पहाड़ श्रीगढ़ में अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अतिक्रमण मुक्त करने के दौरान पुलिस और कब्जाधारियों के बीच नोक झोंक भी देखने को मिली।
वीओ 1 – दरअसल अंबिकापुर शहर के महामाया पहाड़ श्रीगढ़ क्षेत्र के वन भूमि में अवैध अतिक्रमण की शिकायत 2017 में भाजपा की सरकार पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से की गई थी। इसके बाद से कांग्रेस की सरकार आने के बाद यह पूरा मामला बस्ते में चला गया था। इधर तीन दिन पूर्व वन मंत्री केदार कश्यप सरगुजा दौरे पर रहे इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि रिजर्व फॉरेस्ट सहित वन फॉरेस्ट में अवैध अतिक्रमण होगा उसे खाली कराया जाएगा।
बाईट 1 – केदार कश्यप,वन मंत्री छत्तीसगढ़
वीओ 2 – इधर कब्जाधारियों ने कहा कि एक दिन पूर्व हमें नोटिस दिया गया है। हमें जिला प्रशासन के द्वारा किसी भी तरह से कोई भी मदद नहीं की जा रही है। जिले में ठंड अधिक होने की वजह से कब्जाधारियों में नाराजगी भी देखी जा रही है। वही कब्जाधारियों ने कहा कि इस भरी ठंड में हमें प्रशासन ने खुले मैदान में रहने को मजबूर कर दिया है साथ ही बताया गया कि हमारे द्वारा जब घर बनाया जा रहा था, तो उस वक्त किसी ने कुछ नहीं कहा और सड़क,पानी, बिजली जैसी सुविधाएं नगर निगम के द्वारा दी गई तो इसमें हमारी क्या गलती है।
बाईट 2 – कब्जाधारी
बाईट 3 – कब्जाधारी
बाईट 4 – स्थानीय जनप्रतिनिधि
वीओ 3 – वन विभाग के अधिकारी निखिल पैकरा ने बताया कि वन भूमि की जमीन में काबिज होने वाले 117 घरों को चिन्हांकित किया गया है और सभी को नोटिस भी दे दिया गया है। जिसमें पहले चरण में 60 घरों को चिन्हांकित करते हुए अतिक्रमण की कार्रवाई की जा रही है। यह पूरी कार्रवाई वन मंत्री के निर्देश के बाद शुरू हुई है।
बाईट 5- निखिल पैकरा,रेंजर वन विभाग अंबिकापुर
वीओ 4 – बहरहाल सरगुजा जिले में अवैध अतिक्रमण को लेकर बड़ी कार्रवाई देखी जा रही है। विशेष समुदाय के लोग होने की वजह से 700 पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। जिससे कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न घाट सके। यह कार्रवाई लगातार जारी है। लेकिन इस कार्रवाई के बाद से अवैध कब्जा में रह रहे लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।