कलेक्टर ने जशपुर बाल सम्प्रेक्षण गृह और बालिका खुला आश्रय गृह का किया आकस्मिक निरीक्षण”भोजन की गुणवत्ता सी सी टी कैमरा, सुरक्षा व्यवस्था की ली जानकारी”बच्चों का बौद्धिक विकास के साथ शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के निर्देश

कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बालक बाल सम्प्रेक्षण गृह और बालिका खुला आश्रय गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया और दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। भोजन की गुणवत्ता, सम्प्रेक्षण गृह में बच्चों का बौद्धिक विकास और शैक्षणिक गतिविधियों की भी जानकारी। सी सी टी कैमरा, सुरक्षा व्यवस्था का भी अवलोकन किया। बच्चों ने बताया कि वे कैरम, शतरंज,लूडो, और अन्य खेल गतिविधियों में शामिल होते हैं। इसके साथ ही वे पढ़ाई भी करते हैं और कम्प्यूटर चलाना भी सीख रहे हैं।


कलेक्टर ने सम्प्रेक्षण गृह में रहने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। और उनका कौशल उन्नयन करवाने के लिए भी कहा गया है। ताकि वे हुनरमंद बन सके । बालक सम्प्रेक्षण गृह में 12 से 18 वर्ष के बालकों को रखा जाता है। उसी प्रकार बालिका खुला आश्रय गृह में भी 12 से 18 वर्ष तक की बालिका को रखा जाता है। और उनका काउंसलिंग, स्वास्थ्य परीक्षण और शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का सार्थक प्रयास किया जाता है। इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अजय शर्मा तहसीलदार जशपुर जय श्री और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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